क्या कुछ ख़ास है भामाशाह योजना में पढ़ें
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रदेश की महिलाओं को सशक्तिकरण प्रदान करने के लिए भामाशाह योजना का शुभारम्भ किया था। उनकी यह योजना केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी "प्रधानमंत्री जन धन योजना" से थोड़ी मिलती-जुलती है लेकिन दोनों में एक खास अंतर है।
केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गयी जन धन योजना आर्थिक रूप से कमजोर और उन परिवारों के लिए है, जिनका कोई बैंक खाता नहीं है। इसमें एक परिवार के किसी दो सदस्य का बैंक खाता खोला जाता है और उसके साथ 1 लाख रूपए का दुर्घटना बीमा दिया जाता है। जबकि राजस्थान सरकार द्वारा भामाशाह योजना राजस्थान के परिवारों की महिला प्रमुखों के लिए है।
क्या कुछ ख़ास है भामाशाह योजना में पढ़ें
- भामाशाह योजना राज्य की गरीब महिलाओं के लिए
शुरू की गई है। इसके तहत महिलाओं को सीधे आर्थिक मदद पहुंचाई जाती है।
- इस योजना के तहत राज्य के डेढ़ करोड़ परिवारों
की महिलाओं का बैंक खाता खोला जाएगा।
- महिलाओं को बैंक खाता खुलवाने के लिए भामाशाह
कार्ड के लिए अपना पंजीकरण कराना जरूरी है।
- इस योजना के तहत परिवार के प्रमुख महिला सदस्य
को बायोमेट्रिक कार्ड जारी किया जाएगा।
- राज्य सरकार को उम्मीद है कि मार्च 2015 तक प्रदेश की सभी महिलाओं का बायोमेट्रिक डाटा
सरकार के पास उपलब्ध हो जाएगा।
- इस योजना के तहत नियमित बीमारियों के लिए
महिलाओं को 30 हजार रूपए तक मुफ्त मेडिकल बीमा की
सुविधा मिलेगी। गंभीर बीमारी होने पर तीन लाख रूपए की मदद मिलेगी।
- इस योजना के तहत स्टूडेंट्स और विक्लांग लोगों
के लिए एक विशेष कार्ड जारी किया जाएगा। इससे उन लोगों को आर्थिक सहायता समेत
विशेष सुविधाएं मिलेंगी, जो अपने
परिवार के साथ नहीं रहते हैं।
- वसुंधरा सरकार ने इस योजना के तहत वर्ष 2014-15 के लिए 600 करोड़ रूपए का आवंटन किया है।
- भामाशाह कार्ड पर परिवार की प्रमुख महिला के
बैंक खाता का नंबर भी लिखा होता है। उस कार्ड की सहायता से वह ही केवल सरकारी
मदद की राशि अपने खाते से निकाल सकती है।
- इस कार्ड को महिलाओं के अलावा पुरूष भी बनवा
सकते हैं लेकिन उसके लिए उनको 20 से 25 रूपए अतिरिक्त जमा कराना होता है।