रविवार, 4 अक्टूबर 2015

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना

प्रधानमंत्री मुद्रा बैंक योजना


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छोटे कुटीर उद्योगों के लिए मुद्रा बैंक योजना (Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana)विवोचन किया |मुद्रा योजना छोटे व्यापार को मदद देने के लिए शुरू की गई योजना हैं | वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2015 के बजट के तहत इस मुद्रा बैंक योजना में 20 हजार करोड़ रुपये के फंड एवम 3 हजार करोड़ रूपये क्रेडिट की घोषणा की हैं | अरुण जेटली ने स्पष्ट किया कि मुद्रा योजना एक सही तरीका हैं जरूरत मंदों के लिए वित्तीय मदद का “Funding the unfunded”|
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा मुद्रा योजना (Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana) से छोटे उद्यमियों को फायदा होगा | यह ‘माइक्रोफाइनेंस संस्थाओं (MFI/एमएफआई) छोटे उद्योगों के लिए एक नियामक के रूप में कार्य करेगा|
Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana- Micro Units Development Refinance Agency In Hindi

मुद्रा बैंक योजना का मुख्य उद्देश्य Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana Aim In Hindi

Follow this link for Knowing Mudra Loan Scheme in English
  • मुद्रा बैंक योजना (Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana) का मुख्य उद्देश्य छोटे उद्योगों को साहुकारो की सूतखोरी से बचाना हैं |इस योजना के तहत कुटीर उद्योगपति आसानी से बैंक से लोन ले सकेंगे |
  • मुद्रा योजना (Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana) के तहत उद्योग संबंधी प्रशिक्षण एवम व्यापार की छोटी छोटी बाते भी बताई जाएँगी जिससे उद्योगपति अपने व्यापार को बढ़ा सके |
  • मुद्रा बैंक योजना (Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana) का अहम् कारण प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में स्पष्ट किया उन्होंने कहा बड़े उद्योग सवा करोड़ जनता को रोजगार देते हैं बल्कि छोटे लघु उद्योग बारह करोड़ जनता को रोजगार देते हैं |अगर ऐसे लघु उद्योगों को आर्थिक सहायता दी जाये तब वे उन्नति करेंगे जिससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे | इस दिशा में मोदी ने गुजरात का उदहारण दिया गुजरात में पतंग व्यापार को थोड़ी मदद देने से वह व्यापार पांचसों करोड़ से पैतीसो करोड़ तक पहुँच गया |

मुद्रा योजना Prdhan Mantri MUDRA Bank Yojana In Hindi

मुद्रा योजना (Prdhan Mantri MUDRA Bank Yojana) का अर्थ हैं माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट रिफाइनेंस एजेंसी (Micro Units Development Refinance Agency) जिसे MUDRA कहा गया छोटे अर्थ में मुद्रा मतलब धन से हैं यही इस योजना का मुख्य बिंदु हैं कुटीर उद्योगों को धन की सहायता |

योजना की स्थापना Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana :

मुद्रा बैंक योजना 8 अप्रैल 2015 को घोषित की गई हैं मुद्रा बैंक वैधानिक अधिनियम के अंतर्गत स्थापित किया गया हैं जिसमे कुटीर उद्योगों के विकास की ज़िम्मेदारी प्रधानमंत्री मुद्रा योजना बैंक की होगी |

मुद्रा बैंक योजना का लक्ष्य Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana Motive In Hindi

छोटे कुटीर उद्योगों को बैंक से आर्थिक मदद आसानी से नहीं मिलती वे बैंक के नियमो को पूरा नहीं कर पाते इस कारण वे उद्योगों को बढ़ाने में असमर्थ होते है इसलिए मुद्रा बैंक योजना शुरू की जा रही हैं जिसका मुख्य लक्ष्य युवा पढ़े लिखे नौजवानों के हुनर को मजबूत धरातल देना हैं साथ ही महिलाओं को सशक्त बनाना हैं |

मुद्रा बैंक योजना की पात्रता  Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana Eligibility In Hindi :

मुद्रा बैंक योजना के तहत हर वो व्यक्ति जिसके नाम कोई कुटीर उद्योग हैं या किसी के साथ पार्टनरशीप के सही दस्तावेज हो या कोई छोटी सी लघु यूनिट हो वे इस मुद्रा बैंक योजना के तहत ऋण ले सकता हैं |

मुद्रा बैंक योजना के तहत लोन/ ऋण का प्रावधान Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana Loan Facility In Hindi

मुद्रा बैंक योजना के तहत छोटे उद्योगों एवम दुकानदारो को ऋण की सुविधा तीन चरणों में दी गई हैं |
शिशु ऋण योजना: कुटीर उद्योग की शुरुवात के समय मुद्रा बैंक के तहत पचास हजार के ऋण का प्रावधान हैं |
किशोर ऋण योजना : इसमें ऋण की राशि पचास हजार से पांच लाख तक की जा सकती हैं |
तरुण ऋण योजना : इसमें पाँच से दस लाख तक का ऋण लिया जा सकता हैं |

मुद्रा बैंक योजना के लाभ Benefits Of Pradhan Mantri MUDRA Bank Yojana

  • इस योजना के कारण छोटे व्यापारियों का हौसला बढेगा जिससे देश का आर्थिक विकास होगा |
  • इस योजना के कारण पढ़े लिखे नौ जवानो को रोजगार मिलेगा और उनका हुनर भी निखर कर सामने आएगा |
  • बड़े उद्योग केवल सवा करोड़ लोगो को रोजगार देते हैं लेकिन कुटीर उद्योग 12 करोड़ लोगो को |
  • ऐसे उद्योगों को बढ़ावा देने से देश का पैसा देश में ही रहेगा और आर्थिक विकास होगा |
  • नयी नयी गतिविधियों का संचार होगा |
  • छोटे व्यापारियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा जिससे प्रतियोगिता की भावना उत्पन्न होगी जो कि उनकी उन्नति में सहायक होगा |
  • देश का विकास अमीरों के विकास से नहीं अपितु गरीबो के विकास से होता हैं अत : इस दिशा में मुद्रा बैंक योजना एक अहम् फैसला हैं |
मुद्रा बैंक योजना की सोच बांग्लादेश देश के प्रोफ़ेसर युनूस की हैं जिसे उन्होंने वर्ष 2006 में लागु किया था जिससे कुटीर उद्योग का विकास हुआ जिसके बाद अन्तराष्ट्रीय स्तर पर युनूस सहाब की प्रशंसा की गई |
अब वर्ष 2015 में मुद्रा बैंक योजना देश में लागु की गई हैं भारी त्रासदी के बाद देश को स्थिर करने के लिए कई योजनाये लागु की गई हैं जिनमे अहम् हैं :

शुक्रवार, 27 फ़रवरी 2015

भामाशाह योजना का नगद लाभ

अब  ई  मित्र पर भी भामाशाह कार्ड बनाने शुरू हो 
गए है अगर आप का भामाशाह कार्ड नही बना है तो 
आप आपने गाव में जाकर ई मित्र से   भामाशाह कार्ड  बना  है 
  
भामाशाह योजना का उद्देश्य सभी राजकीय योजनाओं के नगद एवं गैर नगद लाभ को प्रत्येक लाभार्थी को सीधा पारदर्शी रुप से पहुँचाना है।

यह योजना राशन कार्ड, पेन्शन, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति, जैसे लाभार्थियों को भी सम्मिलित करेगी। यह योजना परिवार को आधार मानकर उनके वित्तीय समावेश के लक्ष्य को पूरा करती है, जहाँ हर परिवार को 'भामाशाह कार्ड' दिया जाएगा जो उनके बैंक खातों से जुड़े होंगे। यह बैंक खाता परिवार की मुखिया, जो कि महिला होगी, के नाम से होगा और वह ही इस खाते की राशि को परिवार के उचित उपयोग में कर सकेगी। यह कार्ड बायो-मैट्रिक पहचान सहित कोर बैंकिंग को सुनिश्चित करता है।

इसके अन्तर्गत, प्रत्येक परिवार का सत्यापन किया जाएगा और पूरे राज्य का एक समग्र डेटाबेस बनाया जाएगा। इसके माध्यम से ड्यूप्लिकेशन को भी जाँचा व दूर किया जा सकेगा। सभी जनसांख्यिकी और सामाजिक मापदण्डों को विभिन्न विभागों द्वारा पात्रता के लिए इसमें सम्मिलित किया जाएगा।


शनिवार, 29 नवंबर 2014

अब आप अपना आधार नंबर अपने बैंक खाते

अब आप अपना आधार नंबर अपने बैंक खाते में दर्ज कीजिए  और  पाईये सरकारी योजनाओं के लाभ।

ई के आई सी के माध्यम से आधार नंबर आपके खाते में दर्ज कर लेगी
अगर आपका पता बदल गया है तो अपने वर्तमान  पते में दर्ज कर लेगी  अगर आपका पता बदल गया है तो वर्तमान पटे को स्वय के द्वारा  प्रमाणित करके देना आवश्यक है






बुधवार, 3 सितंबर 2014

क्या आप भामाशाह योजना से जुड़े हैं अगर नहीं


क्या कुछ ख़ास है भामाशाह योजना में पढ़ें





राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रदेश की महिलाओं को सशक्तिकरण प्रदान करने के लिए भामाशाह योजना का शुभारम्भ किया था। उनकी यह योजना केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी "प्रधानमंत्री जन धन योजना" से थोड़ी मिलती-जुलती है लेकिन दोनों में एक खास अंतर है।
केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गयी जन धन योजना आर्थिक रूप से कमजोर और उन परिवारों के लिए है, जिनका कोई बैंक खाता नहीं है। इसमें एक परिवार के किसी दो सदस्य का बैंक खाता खोला जाता है और उसके साथ 1 लाख रूपए का दुर्घटना बीमा दिया जाता है। जबकि राजस्थान सरकार द्वारा भामाशाह योजना राजस्थान के परिवारों की महिला प्रमुखों के लिए है।

क्या कुछ ख़ास है भामाशाह योजना में पढ़ें

  • भामाशाह योजना राज्य की गरीब महिलाओं के लिए शुरू की गई है। इसके तहत महिलाओं को सीधे आर्थिक मदद पहुंचाई जाती है।
  • इस योजना के तहत राज्य के डेढ़ करोड़ परिवारों की महिलाओं का बैंक खाता खोला जाएगा।
  • महिलाओं को बैंक खाता खुलवाने के लिए भामाशाह कार्ड के लिए अपना पंजीकरण कराना जरूरी है।
  • इस योजना के तहत परिवार के प्रमुख महिला सदस्य को बायोमेट्रिक कार्ड जारी किया जाएगा।
  • राज्य सरकार को उम्मीद है कि मार्च 2015 तक प्रदेश की सभी महिलाओं का बायोमेट्रिक डाटा सरकार के पास उपलब्ध हो जाएगा।
  • इस योजना के तहत नियमित बीमारियों के लिए महिलाओं को 30 हजार रूपए तक मुफ्त मेडिकल बीमा की सुविधा मिलेगी। गंभीर बीमारी होने पर तीन लाख रूपए की मदद मिलेगी।
  • इस योजना के तहत स्टूडेंट्स और विक्लांग लोगों के लिए एक विशेष कार्ड जारी किया जाएगा। इससे उन लोगों को आर्थिक सहायता समेत विशेष सुविधाएं मिलेंगी, जो अपने परिवार के साथ नहीं रहते हैं।
  • वसुंधरा सरकार ने इस योजना के तहत वर्ष 2014-15 के लिए 600 करोड़ रूपए का आवंटन किया है।
  • भामाशाह कार्ड पर परिवार की प्रमुख महिला के बैंक खाता का नंबर भी लिखा होता है। उस कार्ड की सहायता से वह ही केवल सरकारी मदद की राशि अपने खाते से निकाल सकती है।
  • इस कार्ड को महिलाओं के अलावा पुरूष भी बनवा सकते हैं लेकिन उसके लिए उनको 20 से 25 रूपए अतिरिक्त जमा कराना होता है।


Rajasthan

क्या आप भामाशाह योजना से जुड़े हैं अगर नहीं तो यह ख़बर पढ़ें




राजे का स्वतंत्रता दिवस पर महिलाओं को भामाशाह योजना...

राजे का स्वतंत्रता दिवस पर महिलाओं को भामाशाह योजना के तहत तोहफा

वसुंधरा राजे ने एक और भामाशाह योजना के तहत न्या तोह्फा दिया
और कहा की इस योजना का फायदा हर आदमी को मिलेगा










जयपुर। स्वतंत्रता दिवस पर राजे सरकार का राजस्थान की महिलाओं को बड़ा तोहफा। पितृ-सत्तात्मक परिवारों का बोलबाला हमेशा से ही हमारे समाज में छाया रहा है, मगर इस बार राजे सरकार ने महिलाओं को घर का मुखिया बनाने की ठानी है। भामाशाह योजना की शुरुआत करने का शुभ आरम्भ राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा उदयपुर में किया जाना है। इस योजना के तहत स्मार्ट कार्ड से सरकारी योजनाओं की राशि परिवार की मुखिया महिलाओं के बैंक खातों में जमा करेगी।

वहीँ 1.5 करोड़ महिलाओं को इसका लाभ मिलेगा। अभी भामाशाह योजना के लिए एनरोलमेंट की प्रक्रिया चल रही है जो अक्टूबर तक चलेगी। इस योजना के तहत गांवों में पंचायत स्तर पर और शहर में वार्ड स्तर पर शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। यह योजना पहले भी वसुंधरा सरकार ने 2008 में शुरू की थी मगर 2009 में आई कांग्रेस सरकार ने इस योजना को ठन्डे बस्ते में दाल दिया था।

इस एक स्मार्ट कार्ड से आप हैल्थ इंश्योरेंस से लेकर स्कॉलरशिप तक सब लाभ एक कार्ड से प्राप्त कर सकते हैं। प्रतेक व्यक्ति को एक मल्टी पर्पस स्मार्ट कार्ड मिलेगा जो उसका परिचय-पत्र भी होगा। सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ इसी कार्ड के जरिए मिलेगा जो परिवार की महिला मुखिया के बैंक खाते से जुड़ा होगा।
 

किसके लिए है ख़ास  
  • इस कार्ड से ऐसे मिलेगी मां, पत्नी और बहन को पावर
  • बच्चों की स्कॉलरशिप का पैसा मां के खाते में
  • घर बनाने का पैसा पत्नी को मिलेगा
  • हैल्थ इंश्योरेंस का पैसा मुखिया महिला को

क्या कुछ है ख़ास
  • 1.5 करोड़ महिलाओं के खातों में इन योजनाओं का पैसा
  • राशन कार्ड और जननी सुरक्षा
  • खाद्य सुरक्षा योजना 
  • मनरेगा जॉब कार्ड 
  • इंदिरा आवास योजना 
  • जनश्री बीमा योजना 
  • इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन  योजना 
  • राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना 
  • राजस्थान सामाजिक सुरक्षा योजना  
  • सरकारी छात्रवृत्तियां 

कैसे मिलेगी आपको सुविधा

शहरी क्षेत्रों में ई-मित्र कियोस्क, ग्रामीण क्षेत्रों में सीएससी कियोस्क, भारत निर्माण सेवा केंद्रों, पोस्ट ऑफिसों व बैंक शाखाओं, प्राथमिक कृषि को-ऑपरेटिव सोसाइटी के जरिए से यह सुविधा मिल सकेगी।

जाने कौन होगा करता धर्ता 

योजना में कलेक्टर जिला भामाशाह मैनेजर (डीबीएम), जिला स्तरीय सांख्यिकी अधिकारी भामाशाह ऑफिसर, ब्लॉक लेवल सांख्यिकी अधिकारी ब्लॉक ऑफिसर होगा। ये कैंप लगवाकर, डाटा अपडेशन व वैरिफिकेशन, सूचना, शिक्षा और संवाद (आईईसी) अादि करेंगे।


रविवार, 31 अगस्त 2014

भामाशाह योजना के लाभ

 भामाशाह योजना के लाभ

इसका मैन लाभ यह है की पहले किसी भी विभाग से जो पैसा ग्राहक को मिलता था ( सोसेट्य , बैंक ,सब्सिडी आदि का पैसा आता था ) उसमें क्या होता था की ग्राहक तक पैसा पहुँच भी नही था और ग्राहक पैसो के लिए गुम्ता ही रहता था
और पैसा बीच में ग़ायब हो  जाता था
जो अनपढ़ ग्राहक होते थे पता ही नही चलता था और पैसा बीस में सरकारी ऑफिसर या अन्य आदमी भी पैसे खा  जाता था  

जिससे ग्राहक बार बार विभाग में जाकर शिकायत करता था इस लिए सरकार ने अब भामाशाह योजना निकली जिससे ये समस्या पैदा ही ना हो 


 और इसके साथ ही सरकार ने 100000 लाख रूपये का बीमा भी शुरू किया है जिससे आम आदमी को किसी भी प्रकार की कोई  भी  समस्या नही आनी चाहिए 

उस 100000 रुपयो से अपने परिवार का ध्यान रख सके  




 भामाशाह योजना की प्रशिक्षण कार्यशाला मंगलवार को कलक्ट्रेट सभागार में 
जिला कलक्टर मुक्तानंद अग्रवाल की अध्यक्षता में आयोजित की गई। 
इसमें कलक्टर ने कहा कि सरकार की इस योजना को अब 
जिले में आवश्यक परिवर्तन के साथ बड़े पैमाने पर लागू किया जाएगा।
भामाशाह कार्ड के माध्यम से लोगों 
को सभी सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। इसके लिए जिले में 16 अगस्त
से भामाशाह आधार नामांकन शिविर लगाए जाएंगे।

उन्होंने सभी उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी एवं तहसीलदारों को योजना के संचालन के लिए 
नियमानुसार अपने-अपने क्षेत्रों में व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि योजना के तहत 
जिले में प्रत्येक परिवार को बैंक खाता से जोड़ा जाएगा तथा महिला सशक्तीकरण के लिए ये खाते 
हिलाओं के नाम से जोड़े जाएंगे। एडीएम भगवान सहाय शर्मा ने उपखण्ड अधिकारी व विकास 
अधिकारियों को नई ग्राम पंचायत के गठन के नियमानुसार प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। 
इस दौरान सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के उपनिदेशक राजश्री सांखला व आर्थिक सांख्यिकी निदेशालय
 की सहायक निदेशक विभा शर्मा ने पावर प्वॉइंट से योजना की जानकारी दी।

बायोमैट्रिक सत्यापन होगा
जिला कलक्टर ने बताया कि योजना के तहत परिवार आधारित सूचना सभी सदस्यों के बायोमैट्रिक 
सत्यापन से एकत्र की जाएगी। इसके लिए जुलाई से अक्टूबर के बीच भामाशाह नामांकन शिविर लगाए 
जाएंगे। शिविर ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम पंचायत तथा शहरी क्षेत्र में वार्ड स्तर पर लगेंगे। इसमें एसडीएम, 
बीडीओ या तहसीलदार स्तर के अधिकारी को शिविर प्रभारी बनाया जाएगा। शिविरों के सफल संचालन के 
लिए अधिकारी व कर्मचारी की उपस्थिति, पानी, छाया, चिकित्सा, कानून व्यवस्था, बिजली व इंटरनेट 
आदि की व्यवस्था की जाएगी। परिवार के सदस्यों के फोटो लिए जाएंगे तथा आधार नामांकन से वंचित 
लोगों का नामांकन कराया जाएगा।

इसके अलावा सभी लोगों का आधार पहचान आधारित डाटा, बुनियादी जनसांख्यिकीय इलेक्ट्रॉनिक डाटा
तथा विभागीय योजनाओं का विशिष्ट डाटा उनके फोटो सहित राज्य डाटा सेंटर में सुरक्षित रखा जाएगा। 
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, बैंक प्रतिनिधि तथा खाद्य विभाग के अधिकारी भी इन 
शिविरों में मौजूद रहेंगे। भामाशाह प्लेटफार्म के जरिए सरकार की ओर से लोगों को दिए जाने वाला 
लाभ सीधे बैंक खाते में जमा कराया जाएगा। 

ये होगी कार्ड की विशेषता : कलक्टर ने बताया कि शिविर में प्रत्येक परिवार के मुखिया के नाम 
से कार्ड बनाया जाएगा। इसी में परिवार के सदस्यों के नाम दर्ज किए जाएंगे। महिला को परिवार का 
मुखिया बनाना प्रशासन की प्राथमिकता रहेगी, लेकिन पुरूष का नाम भी परिवार के मुखिया के रूप 
लिखवाया जा सकेगा।

धन - जमा योजना

धन - जमा योजना 

गरीब लोगो को बैंक खाता खुलवाने पर बीमा देने वाली यह योजना  28 अगस्त से शुरू हुई है 


 बैंक खता खुलवाने पर एक लाख रुपये का अकस्मात दुर्घटना बीमा और  30 ,000 रूपए का जीवन बीमा भी मिलेगा 
 इस योजना के तहत 26 जनवरी ,2015 तक 7. 5  करोड़ बैंक खाते खोलने का लक्ष्य रखा गया  है  

पहले दिन ही करीब 1. 5  करोड़ लोगो ने बैंक कहते खुलवाए 

 गरीबों को वित्तीय सेवाओ से जोड़ने की इस महत्वकांक्षी योजना के तहत खाता खोलने के  किसी तरह की 

न्यूनतम  राशि की जरूरत नहीं है